
गुणों को पहचानो
गुणों को पहचानो |
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स्वामी विवेकानंद के सपनो का आदर्श युवक
दोस्तो आज हम स्वामी विवाकानंद के बारे में जानेंगे
स्वामी विवेकानंद के सपनो का युवक चाहिये ऐसा !

चेहरे पार तेज है
देह में शक्ती है
मन में उत्साह है
बुध्दी में विवेक है
हुद्य में करुणा है
मातृभूमी पार प्रेम है
इंद्रिया पर संयम है
मन जिसका स्थिर है
आत्मविश्वास दुढ है
इच्छाशक्ती प्रबल है
स्वभाव जिसका नम्र है
सिंह जैसा निर्भय है
ध्येय जिसका उच्चां है
सत्य जिसका ईश्वर है
व्यसनो से जो मुक्त है
जीवन में अनुशासन है
वाणी जिसकी मधुर है
जातीभेद से परे है
गुरुजनो का आदर है
मात-पिता पर श्रद्धा है
दिन-दुखियो का मित्र है
सेवा में जो तत्पर है
ईश्वर में भक्ती है
जीवन में नीती है
चारित्र्य जिसका शुद्ध है
वही आदर्श युवक है
भारत को अंग्रेजी में इंडिया क्यों कहते है ?
दोस्तों आज का लेख बहुत दिनों बाद लिख रहा हु... समय की कमी के कारण लिख नहीं पाया.. पर आज का ले बहुत खास है क्युकी, आज है गणतंत्र दिवस ..... आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाये. ......
भारत को अंग्रेजी में इंडिया क्यों कहते है , यह सवाल शायद सबके मन में उठे
होगे .
लेकिन भारत को इंडिया इसलिए कहते है
क्योकि स्वतंत्र, भारत के
सविधान निर्माताओ ने इस शब्द को अंग्रेजों की विरासत के रूप में देश का
दूसरा नाम स्वीकार किया.
पक्षियों को क्यों नहीं लगता करेंट ?
आम तोर पर बिजली के खंभों वाली तारो पर हम कबूतरों, चिड़िया आदि पशियो को
बैठे देखते है येसे में बरबस ही सवाल उठता है की प्रवाहित तारो पर बैठे
होने के बावजूद इन्हें करेंट क्यों नहीं लगता ?
इसके लिए हमें यह जानना जरुरी हो जाता है की करेंट होता क्या है और कैसे लगता है?
उच्च वोल्टेज लाइनों के साथ संपर्क में आने से शरिर के माध्यम से
विघुत धारा के प्रवाहित हो जाने पर एक जबरदस्त अभिघात होता है.
फलस्वरूप
जलने और हृदय की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है.
इस स्थिति में करेंट की
चपेट में आने वाले जीव की मुत्यु भी हो जाती है. जीवों का शरीर विघुत का
सुचालक होता है.
हमारे शरीर में नाभि क्यों?
दोस्तों आज का लेख बहुत दिनों बाद लिख रहा हु....
.
क्या कभी हमने सोचा है की हमारे शरीर में नाभि क्यों होती है? बच्चा जब
माँ के गर्भ में होता है तब उसको अपनी वृध्दि के लिए आक्सीजन, भोजन आदि की
आवश्यकता होती है
बच्चा माँ के पेट के एक प्लेसेंटा या जेर में बंद रहता
है और उससे एक नली जुडी होता है.
इस नली द्रारा बच्चा अपनी माँ से पचा हुआ
भोजन और आक्सीजन लेता है.
दूसरी और बच्चे के शरीर में बनने वाले व्यर्थ
पदार्थ आदि भी इसी नली द्रारा माँ के शरीर में भेजे जाते है..
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