बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए - बी. आर. अम्बेडकर

पानी पर तैरती सुई



हमारी आम धरणा यह है कि लोहे जैसी धातुएं पानी में हमेशा डूब जाती हैं, लोहे के जहाज का पानी में तैरने का कारण उसका विशेष आकार है। लेकिन क्या जिसमें हवा उसे तैराने में अपनी भूमिका निभाती है। लेकिन क्या एक सुई पानी पर तैरेगी? डालकर देखो, वह फौरन डूब जाएगी, क्योंकि आर्कमिडीज़ के सिद्धान्त के अनुसार सुई का वजन उसके द्वारा हटाए गए पानी के वजन से ज्यादा है।
लेकिन एक तरीका है जिससे सुई को (और लोहे की छोटी-छोटी अन्य चीजों को) पानी पर तैराया भी जा सकता है।
एक सोख्ता कागज (ब्लाटिंग पेपर) का टुकड़ा लो। अगर यह कागज नहीं मिले तो बहुत खुरदूरे अखबार के टुकड़े को भी आजमा सकते हो (ऐसा अखबार जिस पर लिखने से स्याही फेलने लगती है)। अब इस छोटी, हल्की चीज़ रखो। इस कागज को बहुत धीरे से पानी पर तैराना है, पानी की सतह को बहुत हिलाए बिना। जैसा चित्र में दिखाया है, एक कांटे या चपटी सतह वाली चम्मच या प्लेट की मदद से ऐसा किया जा सकता है। तैरता हुआ सोख्ता कागज थोड़ी देर में पानी सोख कर भारी हो जाएगा और नीचे डूब जाएगा, पर सुई तैरती रहेगी।


ऐसा कैसे हुआ? जो सुई अपने भार के कारण तुरंत पानी में डूब जाती थी, अब कैसें तैर रही है। इसका कारण पानी की सतह है तो एक महीन खिंची हुई झिल्ली की तरह है, यह झिल्ली एक गुब्बारे की तरह फैल और सिकुड़ सकती है, अगर इसे छेड़ कर तोड़ा न जाए। यह तनी हुई झिल्ली अपने ऊपर छोटी हल्की चीजों को उठा भी सकती है, इसीलिये इसने सुई को उठा लिया।
पानी की सतह के इस तनाव को पृष्ठ तनाव या Surface tension कहते हैं। यह तनाव पानी में साबुन डालकर खत्म किया जा सकता है।

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