स्वास्थ्य के लिए सबसे पहले सलाह दी जाती है, वो होती है “दूध” सेवन की | इसे सर्वोत्तम माना गया है |दूध अपने आप में सम्पूर्ण आहार है।
पर ….शहरी क्षेत्रों में आपको शुद्ध दूध मिलना तो मुश्किल ही है | वहीँ मिलावटी दूध उतना ही स्वाथ्य के लिए नुकसान देय हो सकता है |
कैसे पता करें ..उसमे मिलावट ?
दूध में सामान्यतः पानी, सप्रेटा,स्टार्च की मिलावट हो सकती है | दूध की शुद्धता लैक्टोमीटर(Lactometer) से मापी जाती है | इसकी रीडिंग 28 से 32 होनी चाहिए | अगर ये रीडिंग 28 से नीचे जाती है तो पानी की मिलावट शर्तियाँ है |
आजकल, लेकिन मिलावट-कर्ता रीडिंग बढाने के लिए यूरिया, चीनी, स्टार्च जैसे पदार्थों का भी कर रहे हैं , यहाँ तक की Ezee Shampoo और रिफाईंड आयल,डिटर्जेट,सोडा आदि मिला रहे हैं |
अन्य तरीके:
- अगर दूध स्टार्च मिश्रित है, तो उसे आयोडीन मिलाकर गरम करने से दूध का रंग नीला हो जाएगा |
- दूध में बराबर मात्रा में एल्कोहल मिलाने से घटिया किस्म का दूध फट जाता है |
- पॉलिश की गई किसी खड़ी सतह पर दूध की एक बूंद गिराएं, गिरने की रफ्तार धीमी हो और पीछे सफेद निशान छोड़े तो साफ है कि मिलावट नहीं है।
- दूध में पानी की मिलावट की जांच के लिए चिकनी सतह पर दूध की बूंद गिराएं। अगर पानी मिला है तो वह बिना कोई निशान छोड़े तेजी से आगे बह जाएगा। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहेगा और सफेद धब्बा रह जाएगा।
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