बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए - बी. आर. अम्बेडकर

क्यों और केसे

नाख़ून काटने में दर्द क्यों नहीं होता?
नाख़ून मृत कोशिकाओं से बने होते है. नाख़ून में रुधिर कोशिकाए न होने से काटने पर दर्द नहीं होता.
एक विशाल जहाज पानी में तैरता रहता है किन्तु ब्लेड पानी में डूब जाता है क्यों.?
जहाज लोहे की चादर से इस प्रकार बनाया जाता है की इसके अन्दर काफी खाली जगह होती है. इस कारण इसके थोड़े से ही डुबे भाग द्वारा हटाये गए पानी का भार जहाज, यात्रियों और सामान आदि के भर के बराबर हो जाता है.. अतः जहाज पानी पर तैरता है.  इसके विपरीत ब्लेड द्वारा हटाये गए पानी का भर ब्लेड के भार से कम होता है.. अतः ब्लेड पानी में डूब जाता है.

गणेश - विघ्नहर्ता

दोस्तों आप सभी को गणेश चतुर्थीकी हार्दिक शुभकामनाये और आपसे वादा करता हु की आज से सारे लेख में खुद लिखुगा....आज में आपको गणपति के बारे के कुछ बताना चाहता हु....

विघ्न बाघाओं  को दूर करने और बुध्दी को सही मार्ग पर रखने वाली इश्वरी शक्ति का नाम है गणपति.
गणपति जी का चित्र कुछ अजीब सा है.. हाथी के समान  मुख, वक्रतुंड, एकदंत, मोटा पेट और वाहन चूहा.

उनका यह चित्र मनोवैज्ञानिक तत्वों से परिपूर्ण है.. वास्तव में इश्वर एक है और वह निराकार है, पर उस निराकार इश्वर का अनुभव योगी - रूशी, मुनि अपनी कुशाग्र बुघ्दी से कर सकते है, उस एक इश्वर की अनेक शक्तिया है, ये नाना शक्तिया ही हमारे तैतीस करोड़ देवी- देवता है.. प्रत्येक देवी-देवता एक मुख्य शक्ति का प्रतिक और मूर्तरूप है, आएये, 

बुघ्दी को सन्मार्ग पर स्थिर रखने वाली शक्ति गणपति के स्वरुप के बारे में विचार करे---उनका हाथी जैसा चोंडा मस्तक विवेक को प्रकट करता है.. जो मनुष्य को सोच- समजकर काम करने की प्रेरणा देता है..
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हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और होते है. ये दांत यह प्रकट करते है की अपने काम में विघ्न न चाहने वाले व्यक्ति को चाहिए की वह सज्जन पुरुषो से तो उदारता का व्यवहार करे ही, पर अकारण हुए शत्रुओं  से सावधान रहते हुए अपना खुला विरोध न प्रकट होने दे, बल्कि दिखावे के दातो की तरह बाह्य व्यवहार शिष्ट रखे.