नाख़ून काटने में दर्द क्यों नहीं होता?
नाख़ून मृत कोशिकाओं से बने होते है. नाख़ून में रुधिर कोशिकाए न होने से काटने पर दर्द नहीं होता.
एक विशाल जहाज पानी में तैरता रहता है किन्तु ब्लेड पानी में डूब जाता है क्यों.?
जहाज लोहे की चादर से इस प्रकार बनाया जाता है की इसके अन्दर काफी खाली जगह होती है. इस कारण इसके थोड़े से ही डुबे भाग द्वारा हटाये गए पानी का भार जहाज, यात्रियों और सामान आदि के भर के बराबर हो जाता है.. अतः जहाज पानी पर तैरता है. इसके विपरीत ब्लेड द्वारा हटाये गए पानी का भर ब्लेड के भार से कम होता है.. अतः ब्लेड पानी में डूब जाता है.
मनुष्य की याददाश्त क्यों चली जाती है?
स्नायु कोशिकाए जिनसे की मस्तिष्क का निर्माण होता है, बढती हुई उम्र के साथ साथ धीरे धीरे मृत होने लगाती है. जिससे मनुष्य की कार्यशमता कम होने लगाती है. जिस आयु में यह प्रक्रिया प्रारंभ होती है वह मनुष्यो में अलग अलग होती है. एक वयस्क व्यक्ति में केवल उतनी ही स्नायु कोशिकाए होती है, जीतनी उनके जन्म के समय होती है. ये कोशिकाए शरीर की वृद्धि के साथ गणित नहीं होती जैसा की अस्थि या त्वचा कोशिकायो में होता है.
वास्तव में जैसे जैसे कोई व्यक्ति आयु में वृद्धि करता है तो उसमे स्नायु कोशिकाए धीरे धीरे कम होने लगाती है. क्योकि ये कोशिकाए विभाजन नहीं करती अतः कोशिकाए नहीं बनती बल्कि इनका स्थान ग्लायन कोशिकाए ले लेती है सत्तर या अस्सी वर्ष की आयु में लगभग एक चोथाई स्नायु कोशिकाए समाप्त हो जाती है. यही कारण है की आयु वृद्धि के साथ साथ मनुष्य की याददाश्त कम हो जाती है. कभी कभी दुर्घटनावश मनुष्य की स्नायु कोशिकाए एकाएक निष्क्रिय हो जाती है, जिससे मनुष्य की याददाश्त चली जाती है.
हम जो बोलते है या गीत संगीत सुनते है वह ध्वनी सुनने के पश्चात विलुप्त क्यों हो जाती है?
ध्वनी कुछ और नहीं बल्कि तरंगे होती है, तरंग ऊष्मा संवाहक होती है जो की उर्जा को, वे जिस माध्यम में गतिमान होती है उस माध्यम में ट्रान्सफर करती है. जैसे जैसे तरंगे आगे बढती है, उर्जा का क्षय हो जाता है और वह अपनी सारी उर्जा स्थानांतरित कर देती है इसलिए ध्वनि विलुप्त हो जाती है.
नाख़ून मृत कोशिकाओं से बने होते है. नाख़ून में रुधिर कोशिकाए न होने से काटने पर दर्द नहीं होता.
एक विशाल जहाज पानी में तैरता रहता है किन्तु ब्लेड पानी में डूब जाता है क्यों.?
जहाज लोहे की चादर से इस प्रकार बनाया जाता है की इसके अन्दर काफी खाली जगह होती है. इस कारण इसके थोड़े से ही डुबे भाग द्वारा हटाये गए पानी का भार जहाज, यात्रियों और सामान आदि के भर के बराबर हो जाता है.. अतः जहाज पानी पर तैरता है. इसके विपरीत ब्लेड द्वारा हटाये गए पानी का भर ब्लेड के भार से कम होता है.. अतः ब्लेड पानी में डूब जाता है.
मनुष्य की याददाश्त क्यों चली जाती है?
स्नायु कोशिकाए जिनसे की मस्तिष्क का निर्माण होता है, बढती हुई उम्र के साथ साथ धीरे धीरे मृत होने लगाती है. जिससे मनुष्य की कार्यशमता कम होने लगाती है. जिस आयु में यह प्रक्रिया प्रारंभ होती है वह मनुष्यो में अलग अलग होती है. एक वयस्क व्यक्ति में केवल उतनी ही स्नायु कोशिकाए होती है, जीतनी उनके जन्म के समय होती है. ये कोशिकाए शरीर की वृद्धि के साथ गणित नहीं होती जैसा की अस्थि या त्वचा कोशिकायो में होता है.
वास्तव में जैसे जैसे कोई व्यक्ति आयु में वृद्धि करता है तो उसमे स्नायु कोशिकाए धीरे धीरे कम होने लगाती है. क्योकि ये कोशिकाए विभाजन नहीं करती अतः कोशिकाए नहीं बनती बल्कि इनका स्थान ग्लायन कोशिकाए ले लेती है सत्तर या अस्सी वर्ष की आयु में लगभग एक चोथाई स्नायु कोशिकाए समाप्त हो जाती है. यही कारण है की आयु वृद्धि के साथ साथ मनुष्य की याददाश्त कम हो जाती है. कभी कभी दुर्घटनावश मनुष्य की स्नायु कोशिकाए एकाएक निष्क्रिय हो जाती है, जिससे मनुष्य की याददाश्त चली जाती है.
हम जो बोलते है या गीत संगीत सुनते है वह ध्वनी सुनने के पश्चात विलुप्त क्यों हो जाती है?
ध्वनी कुछ और नहीं बल्कि तरंगे होती है, तरंग ऊष्मा संवाहक होती है जो की उर्जा को, वे जिस माध्यम में गतिमान होती है उस माध्यम में ट्रान्सफर करती है. जैसे जैसे तरंगे आगे बढती है, उर्जा का क्षय हो जाता है और वह अपनी सारी उर्जा स्थानांतरित कर देती है इसलिए ध्वनि विलुप्त हो जाती है.
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