आमतौर पर हम ध्वनि को आगे चलते देख नहीं सकते। लेकिन इस प्रयोग से तुम यह देख सकते हो कि ध्वनि हवा के जरिये कंपन की तरह आगे बढ़ती है। एक प्लास्टिक की बोतल का तला काट दो। अब एक पतले प्लास्टिक के लिफाफे का टुकड़ा काटकर उसे बोतल के इस खुले सिरे पर कस कर तान दो। रबड़ बैंड से इसे अच्छी तरह कस दो।
अब एक मोमबत्ती जलाओ। अब बोतल के मुंह को मोमबत्ती से करीब एक इंच दूरी पर रखो। अब प्लास्टिक की परत पर अपनी उंगलियों से जोर से थपथपाओ। मोमबत्ती की लौ को क्या हुआ?
क्या हुआ? मोमबत्ती की लौ क्यों बुझ गई?
वह इसलिए कि जब तुमने प्लास्टिक पर ठोका तो उसके नजदीक की हवा में कंपन पैदा हुआ, जो आगे तक के हवा के कणों तक बढ़ता गया। बोतल के जरिये यह कंपन चल कर लौ तक पहुंचा और उसे बुझा दिया।
क्या तुम जानते हो? बाहरी अंतरिक्ष में बिल्कुल सन्नाटा है।
क्योंकि वहां हवा (या गैस) नहीं है, तो ध्वनि उसके जरिये गुजर नहीं सकती।
क्योंकि वहां हवा (या गैस) नहीं है, तो ध्वनि उसके जरिये गुजर नहीं सकती।
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